हल्द्वानी। बयान जारी कर प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कहा कि उनके द्वारा दायर जनहित याचिका से बेकफुट में आई भाजपा। अपनी ही सरकार के निर्णय के खिलाफ मुख्यमंत्री के पास शिष्टमण्डल सहित पहुँचे कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत और सरकार से जवाहर ज्योति दमुवाढूँगा के मालिकाना हक पर भाजपा सरकार द्वारा लगाई रोक वापस लेने की माँग की।
बल्यूटिया ने कहा कि जवाहर ज्योति दमुवाढूँगा के लोगों को मालिकाना हक दिलाने के लिए तत्कालीन कॉंग्रेस सरकार में 20 दिसंबर, 2016 को सर्वेक्षण एवं अभिलेख संक्रियाएँ सम्पादित करने के लिए एक अधिसूचना जारी की गई थी जिसपर 13 मई,2020 को तत्कालीन भाजपा सरकार ने रोक लगा दी थी जिससे जवाहर ज्योति दमुवाढूँगा के वासियों को मालिकाना हक मिलने की उमीद टूट गई थी।
बल्यूटिया ने बताया कि उन्होंने जवाहर ज्योति दमुवाढूँगा के वासियों को उनके मालिकाना हक के अधिकार की लड़ाई लड़ी व मशाल जुलूस, पदयात्रा, हैंडबिल बाँटकर सरकार से जनविरोधी निर्णय वापस लेने को दबाव बनाया बावजूत इसके भाजपा सरकार के कान में जूँ भी नहीं रैंगी। अंततः विवश होकर भाजपा सरकार के निर्णय के खिलाफ उनको मा० उच्च न्यायालय की शरण में जाना पड़ा।
जवाहर ज्योति दमुवाढूँगा के मालिकाना हक का प्रकरण 2021 से मा० उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। 16 जुलाई, 2024 को मा० उच्च न्यायालय द्वारा नगर निगम हल्द्वानी को दो सप्ताह में जवाब देने को कहा। दो हफ्ते 30 जुलाई को पूरा हो गए बावजूद इसके नगर निगम ने जवाब दाखिल नहीं किया।
भाजपा नेता नगर निगम के चुनाव सामने देख घबरा गए और जनता को हितैसी दिखाने के प्रयास में अपनी ही सरकार के निर्णय के खिलाफ मुख्यमंत्री से मिलने पहुँच गए।
बल्यूटिया ने कहा कि ये पब्लिक है सब जानती कि किसने 2016 में मालिकाना छीनने का काम किया और कौन उनकी लड़ाई कोर्ट में लड़ रहा है। जनता आगामी नगर निकाय चुनाव में भाजपा को हराकर इसका हिसाब चुकता कर देगी।