अनुराग वर्मा।
हल्द्वानी।बहती गंगा मे अब हाथ धोना चाहते है कई लोग,इसलिए दूध संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुकेश बोरा की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़को पर प्रदर्शन कर रहे है।
यह कोई नया नही है सत्ता की चाह और नाम कमाने के लिए लोग अगसर अपनों कंधो पर पाँव रख कर उचाईओ को छूना चाहते है।आज भले ही मुकेश बोरा को पद से हटा दिया गया हो,लेकिन मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का अभी तक इस प्रकरण मे कोई बयान नही आया है।यह एक विचारणीय विषय है।जहा एक तरफ बीजेपी महिला उत्थान और महिला शाहक्तिकरण की बात करती हो,और उसके लिए तमाम सरकारी योजनायो को चला रखा हो लेकिन स्वम ही इस का पालन पालन नही कर परही है।
तभी तो आज तक महिला से अनैतिक कार्य मे लिप्त मुकेश बोरा को पुलिस गिरफ्तार नही कर पाई है।इस का मतलब यह नही की वो कानून की गिरफ्त से बाहर है इस का मतलब है की वो शायद राज्यनैतिक सरक्षण मे हो।और जैसा की मैने पहले भी लिखा था की राजा की सेना का मंत्री पर हाथ रखना इतना आसान नही है।
फिलहाल जो भी हो लेकिन एक बात सत्य है की इस बहती गंगा मे कई लोग अपनी राज्यनैतिक रोटियों को सेकना चाह रहे है।