देहरादून: उत्तराखंड में फार्मा कंपनियों द्वारा निर्मित दवाइयों के सैंपल लगातार फेल हो रहे हैं, लेकिन अब तक इन कंपनियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) द्वारा दवाइयों की गुणवत्ता की नियमित जांच की जा रही है। जुलाई महीने में, सीडीएससीओ ने देशभर की फार्मा कंपनियों के दवाइयों के सैंपल लिए, जिनमें से उत्तराखंड में निर्मित 13 दवाइयों के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं।
सीडीएससीओ की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में निर्मित 70 दवाइयां गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं, जिसके चलते सीडीएससीओ ने अलर्ट जारी किया है और संबंधित राज्यों के ड्रग्स कंट्रोलर को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उत्तराखंड में स्थिति चिंताजनक है; मार्च में 10 दवाइयों, अप्रैल में 12 दवाइयों, मई में 8 दवाइयों, और जून में 5 दवाइयों के सैंपल फेल हुए थे। जुलाई में यह संख्या बढ़कर 13 हो गई है।
उत्तराखंड के ड्रग्स कंट्रोलर ताजबेर सिंह ने बताया कि जिन फार्मा कंपनियों की दवाइयों के सैंपल फेल हुए हैं, उनके बैच को बाजार से वापस मंगाने के निर्देश दिए गए हैं। ये दवाइयां उत्तराखंड की विभिन्न फार्मा कंपनियों द्वारा निर्मित की गई थीं।