हल्द्वानी। मां की बीमारी से तंग आकर बेटे ने सुशीला तिवारी अस्पताल की इमरजेंसी में अपनी मां पर पेट्रोल उड़ेल दिया। वह मां पर लाइटर से आग लगाने की कोशिश करने लगा। बुआ के हल्ला मचाने पर डॉक्टर, नर्स और तीमरदारों ने युवक को पकड़ लिया।इसके बाद डॉक्टरों ने मोहन बिष्ट को बंद कर दिया। पुलिस को सूचना दी। पुलिस युवक को कोतवाली ले गई और उसका मेडिकल कराया। कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि युवक के उपर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।पेट्रोल पंप में बोतल में डीजल-पेट्रोल देना मना है। इसके बाद भी हल्द्वानी के पेट्रोल पंप में बोतलों में तेल मिल रहा है। पुलिस के अनुसार मोहन सिंह ने सुबह पहले शराब पी। इसके बाद वह बोतल में पेट्रोल लेकर अस्पताल के इमरजेंसी में पहुंचा।
कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि आरोपी युवक से पूछताछ की जा रही है कि उसने क्यों आग लगाने की कोशिश की। और वह कहां से पेट्रोल लेकर आया। कहा कि युवक शराब के नशे में था। उसका मेडिकल भी कराया गया है।मां के उपर पेट्रोल डालने के बाद युवक ने तीन बार लाइटर जलाने की कोशिश भी की। गनीमत रही कि आग नहीं लगी। आग लगती तो अस्पताल में बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। उधर पेट्रोल डालने के बाद इमरजेंसी में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के तीमरदार अपने मरीजो को गोद में लेकर भागने लगे। उधर पेट्रोल डालने की सूचना से अस्पताल में हड़कंप मच गया।पेट्रोल डालने के बाद गीता देवी पेट्रोल से पूरी तरह भीग गई थी। इसके बाद नर्सों ने बुजुर्ग महिला के कपड़े बदले और उसे दूसरे कपड़े पहनाए। उधर इसके बाद गीता देवी को ऑक्सीजन लगाने की भी जरूरत पड़ गई।